नई दिल्ली: भारत ने बुधवार को इजरायल से अपने नागरिकों को वापस लाने के लिए एक विशेष अभियान, ‘ऑपरेशन अजय’ शुरू किया, जहां फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के हमले के बाद से युद्ध छिड़ गया है. अनुमान के मुताबिक, इस समय करीब 18,000 भारतीय इजराइल में हैं. युद्ध में अब तक गाजा और इजरायल दोनों पक्षों के लगभग 3,700 लोग मारे गए हैं. इस बीच, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और नेशनल यूनिटी लीडर बेनी गैंट्ज़ ने तेल अवीव में इजरायल रक्षा बलों के मुख्यालय में मुलाकात की और एक आपातकालीन सरकार और वॉर कैबिनेट की घोषणा की. हमास द्वारा इजरायल पर हमला शुरू करने के बाद से गाजा पट्टी में कम से कम 11 संयुक्त राष्ट्र कर्मी, साथ ही संयुक्त राष्ट्र स्कूलों के 30 छात्र मारे गए हैं.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘इजराइल से लौटने के इच्छुक हमारे नागरिकों की वापसी के लिए ‘ऑपरेशन अजय’ शुरू कर रहे हैं.’ वह इस समय श्रीलंका की यात्रा पर हैं. उन्होंने कहा, ‘विशेष चार्टर उड़ानों का प्रबंध और अन्य व्यवस्थाएं की जा रही हैं. हम विदेश में मौजूद अपने नागरिकों की सुरक्षा और कल्याण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं.’ भारतीयों के पहले जत्थे को बृहस्पतिवार को एक विशेष उड़ान के जरिए इजराइल से वापस लाए जाने की उम्मीद है. इजराइल में भारतीय दूतावास ने जयशंकर की घोषणा के तुरंत बाद कहा कि उसने बृहस्पतिवार को विशेष उड़ान के लिए पंजीकृत भारतीय नागरिकों के पहले जत्थे को ई-मेल भेज दिया है.