क्या आप जानतें हैं कि,
फूटी कौड़ी एक ज़माने में हमारी करेंसी हुआ करती थी, जिसकी क़ीमत सबसे कम होती थी। तीन फूटी कौड़ियों से एक कौड़ी बनती थी और दस कौड़ियों से एक दमड़ी। आज कल के बोल चाल में फूटी कौड़ी एवं दमड़ी को मुहावरे के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है, जिसके कुछ उदाहरण इस प्रकार हैं,
• जेब में फूटी कौड़ी नही और चले आये मुँह उठाकर
• अगर जिंदा रहा तो आपकी कौड़ी कौड़ी अदा कर दूंगा।
• चमड़ी जाये पर “दमड़ी” न जाये।
पहले करंसी की क़ीमत इस तरह थी :-
——————————–
3 फूटी कौड़ी- 1 कौड़ी
10 कौड़ी – 1 दमड़ी
02 दमड़ी – 1.5 पाई
1.5 पाई – 1 धैला
2 धैला – 1 पैसा
3 पैसे – 1 टका
2 टके – 1 आना
2 आने – दोअन्नी
4 आने – चवन्नी
8 आने – अठन्नी
16 आने – 1 रुपया